Ladli Behna Awas Yojana: मध्य प्रदेश की सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री लाडली बहन आवास योजना के अंतर्गत प्रदेश की निम्न आय वर्ग एवं गरीब वर्ग की महिलाओं को पक्का मकान बनवाने के लिए आर्थिक सहयोग दिया जाता है।
यह योजना प्रधानमंत्री आवास योजना की तर्ज पर शुरू की है जिसकी शुरुआत मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा हुई थी। जिसके तहत प्रदेश में अब तक 4.75 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल चुका है।
लाडली आवास बहना योजना पर लगी रोक
प्रदेश में बढ़ते खर्च और माली स्थिति को देखते हुए वित्त विभाग ने बिना अनुमोदन के भुगतान करने पर रोक लगा दी है। आपको बता दें कि वित्त विभाग ने लाडली बहना आवास योजना के साथ-साथ 125 अन्य योजनाओं के लिए भुगतान से पहले अनुमोदन लेने की हिदायत दी है। जो अभी तक योजना से संबद्ध अधिकारी बिना वित्त मंत्रालय से बिना किसी अनुमोदन के भुगतान कर दिया करते थे।
मुख्यमंत्री द्वारा रक्षाबंधन पर लाडली बहनों को सौगात
इसके अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लाडली बहन योजना के तहत दी जाने वाली राशि 1250 रुपए की जगह 250 रुपए बढ़ाकर ₹1500 देने की घोषणा की है। ऐसा मुख्यमंत्री द्वारा रक्षा बंधन के अवसर पर 250 रुपए का अतिरिक्त लाभ देने से लाडली बहनों में भी उत्साह है।
लाडली बहना योजना का लाभ
इस योजना का लाभ मूलतः गरीब, कम आय वर्ग की महिला, विधवा या तलाकशुदा महिलाओं को दिया जाता है, जिनके पास रहने के लिए खुद का पक्का मकान नहीं होता। उन्हें कच्चे मकान या झुग्गी – झोपड़ी में रहना पड़ता है, जिसके लिए ऐसे परिवार की महिलाओं को सुरक्षित और पक्का देना सरकार का लक्ष्य है।
लाडली बहना आवास योजना की किस्त होने वाली है जारी
प्रदेश में लाडली आवास योजना में चयनित महिलाओं को पक्के मकान के लिए मिलने वाली आर्थिक सहायता की पहली किस्त बहुत जल्द ट्रांसफर की जाने वाली है। जिससे लाडली बहने अपने पक्के मकान बनवाने की शुरुआत कर सकें। बाकी बची अन्य किस्तें भी लाडली बहनों के बैंक खाते में जल्दी आएंगी।
लाडली बहन आवास योजना में मिलने वाली किस्तें
इस योजना में मिलने वाली आर्थिक सहायता 1.30 लाख रुपए दी जाती है। ये राशि एकमुश्त न देकर तीन किस्तों में लाभार्थी महिला के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। Ladli Behna Awas Yojana First Instalment के तौर पर 25,000 रुपए दिए जाते हैं। वहीं दूसरी किस्त के लिए 85,000 रुपए तो तीसरी और अंतिम किस्त के रूप में 20,000 रुपए मिलते हैं।